पंचांग : शारदीय नवरात्रि 2025…आज से हो रही शुरुआत, राहुकाल में घटस्थापना न करने से बचें, जानें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

आज 22 सितंबर, 2025 सोमवार, के दिन आश्विन महीने की शुक्ल पक्ष प्रतिपदा तिथि है. धन के देवता कुबेर और सृष्टि के निर्माता ब्रह्मा इस तिथि के देवता हैं. यह तिथि नई परियोजनाओं की प्लानिंग और उन्हें विकसित करने के लिए अच्छी मानी जाती है. यह किसी भी शुभ कार्य या यात्रा के लिए अशुभ होती है. आज से नवरात्रि की शुरुआत हो रही है. आज घटस्थापना है. साथ ही आज आंशिक सूर्यग्रहण भी लग रहा है.

22 सितंबर का पंचांग

  • विक्रम संवत : 2081
  • मास : आश्विन
  • पक्ष : शुक्ल पक्ष प्रतिपदा
  • दिन : सोमवार
  • तिथि : शुक्ल पक्ष प्रतिपदा
  • योग : शुक्ल
  • नक्षत्र : उत्तरा फाल्गुनी
  • करण : चतुष्पाद
  • चंद्र राशि : कन्या
  • सूर्य राशि : कन्या
  • सूर्योदय : सुबह 06:28 बजे
  • सूर्यास्त : शाम 06:36 बजे
  • चंद्रोदय : सुबह 06.25 बजे
  • चंद्रास्त : शाम 06.30 बजे
  • राहुकाल : 07:59 से 09:30
  • यमगंड : 11:01 से 12:32

पढ़ाई शुरू करने के लिए अच्छा है नक्षत्र
आज के दिन चंद्रमा कन्या राशि और उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में रहेंगे. यह नक्षत्र सिंह राशि में 26:40 से लेकर कन्या राशि में 10 डिग्री तक विस्तार लिया हुआ है. इसके देवता अर्यम और नक्षत्र स्वामी सूर्य हैं. यह स्थिर प्रकृति का नक्षत्र है. कुआं खोदने, नींव डालने, कर्मकांड करने, पेड़ लगाने, राज्याभिषेक, भूमि खरीदने, पढ़ाई शुरू करने, देवताओं की स्थापना, मंदिर निर्माण, या स्थायी प्रभाव की इच्छा रखने वाली किसी भी अन्य गतिविधि के लिए ये अनुकूल नक्षत्र है.

आज के दिन का वर्जित समय
आज के दिन 07:59 से 09:30 बजे तक राहुकाल रहेगा. ऐसे में कोई शुभ कार्य करना हो, तो इस अवधि से परहेज करना ही अच्छा रहेगा. इसी तरह यमगंड, गुलिक, दुमुहूर्त और वर्ज्यम् से भी परहेज करना चाहिए.

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