रायपुर। माना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र क्षेत्र में चल रहे अमृत मिशन 2.0 प्रोजेक्ट में चोरी की बड़ी घटना सामने आई है। प्रोजेक्ट के तहत बिछाए जाने वाले पाइप और फिटिंग सामग्री में से 107 नग डकसाइल पाइप चोरी हो गए, जिनकी कीमत लगभग 7 लाख रुपए बताई गई है।
जानकारी के अनुसार, पाइप और अन्य फिटिंग सामग्रियों को स्वास्थ्य केंद्र के सामने रखा गया था। 25 सितंबर की शाम लगभग 4 से 4.30 बजे के बीच चोरी की गई पाइप का इस्तेमाल नगर निगम के कामों में किया जा रहा था। बताया गया कि नगर पंचायत का ठेकेदार चोरी की गई पाइप को 3 लाख 32 हजार रुपए में खरीदकर निगम के कामों में उपयोग कर रहा था।
अमृत मिशन प्रोजेक्ट की ठेका कंपनी के कर्मचारी विपुल सिंह ठाकुर ने रंगे हाथों पाइपों का उपयोग करते हुए आरोपियों को पकड़ लिया और इस घटना की रिपोर्ट रात में दर्ज कराई। माना पुलिस ने नगर पंचायत के इंजीनियर और ठेकेदार समेत कुल पांच लोगों के खिलाफ धारा 303-2 और 03-5 के तहत मामला दर्ज किया है। आरोपियों में संजय नागले, राजकुमार, सुरेंद्र सागर और संजू चणोत्रे के नाम शामिल हैं।
इस चोरी की घटना ने अमृत मिशन 2.0 परियोजना की सुरक्षा और निगरानी के मुद्दे को भी उजागर किया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और चोरी की गई पाइप और संबंधित सामान की वापसी के प्रयास किए जा रहे हैं।
माना अमृत मिशन पाइप चोरी ने परियोजना के संचालन में सेंध लगाने वाली गंभीर समस्या की ओर ध्यान आकर्षित किया है।