जशपुर। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में पुलिस ने गांजा तस्करी के एक बड़े मामले का खुलासा किया है। पत्थलगांव की बागबहार पुलिस ने ऑपरेशन अंकुश के तहत फरार चल रहे तीन आरोपियों को ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले से गिरफ्तार किया है। इनमें दो महिलाएं और एक पुरुष शामिल हैं, जो सभी एक ही परिवार के सदस्य हैं। तीनों को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
मामला थाना बागबहार क्षेत्र के ग्राम कुकरगांव मोहनीपूरी का है। पुलिस के अनुसार, 24 अगस्त को निगरानी बदमाश रामप्रताप यादव के घर में छापा मारा गया था। पुलिस को देखकर आरोपी परिवार घर में ताला लगाकर फरार हो गया था। बाद में ताला तोड़कर तलाशी लेने पर घर में सोफे, कूलर और स्कॉर्पियो में छिपाकर रखा 16 किलो अवैध गांजा मिला, जिसकी बाजार कीमत करीब 4 लाख 50 हजार रुपए बताई गई। पुलिस ने उस वक्त एक स्कॉर्पियो और स्कूटी को भी जब्त किया था।
मुख्य आरोपी रामप्रताप यादव को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका था, जबकि उसकी पत्नी गुलाबी यादव, बेटा नूरपति यादव और बहू शांति उर्फ नूरो बाई घटना के बाद से फरार थे। पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि तीनों आरोपी उड़ीसा के सुंदरगढ़ जिले के ग्राम वलींगा में छिपे हैं। टीम ने दबिश देकर तीनों को गिरफ्तार किया।
पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि गांजा उन्हें रायगढ़ जिले के एक व्यक्ति ने बिक्री के लिए दिया था। पुलिस ने उस सप्लायर की पहचान कर ली है, जो अभी फरार है। एसएसपी शशि मोहन सिंह ने कहा कि जशपुर गांजा तस्करी मामला में शामिल किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस जल्द ही मुख्य सप्लायर को भी गिरफ्तार करेगी।