वाराणसी: भोजपुरी फिल्म अभिनेता और गायक पवन सिंह समेत चार लोगों के खिलाफ वाराणसी में धोखाधड़ी के आरोप में एक गंभीर मामला दर्ज किया गया है। यह कार्रवाई वाराणसी के कैंट थाना क्षेत्र में अदालत के आदेश पर की गई है। इस मामले में उन पर फिल्म में निवेश के नाम पर एक व्यवसायी से करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप है।
कैंट थाने के प्रभारी शिवाकांत मिश्रा ने बताया कि मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (द्वितीय) की अदालत ने सुनवाई के बाद बुधवार को यह मामला दर्ज करने का आदेश दिया। पीड़ित व्यवसायी की पहचान विशाल सिंह के रूप में हुई है। विशाल सिंह के वकील आशीष सिंह ने बताया कि साल 2018 में रिलीज हुई भोजपुरी फिल्म ‘बॉस’ में निवेश के नाम पर उनके मुवक्किल के साथ ठगी की गई।
वकील के अनुसार, वर्ष 2017 में विशाल सिंह की मुलाकात मुंबई में फिल्म निर्देशक प्रेम शंकर राय से हुई थी। इसके बाद फिल्म के निर्माण को लेकर उनकी कई लोगों से बातचीत हुई। इसी क्रम में विशाल को पवन सिंह से मिलवाया गया, जिन्होंने उन्हें फिल्म में निवेश करने के लिए राजी किया। उन्हें भारी मुनाफे में 50 प्रतिशत की हिस्सेदारी देने का वादा किया गया था। विशाल सिंह ने इस झांसे में आकर अपनी और अपने भाई की कंपनी के खातों से करीब 32.60 लाख रुपये अलग-अलग किस्तों में जमा कराए।
जुलाई 2018 में विशाल को फिल्म का निर्माता घोषित किया गया, जिसके बाद उन्होंने फिल्म के निर्माण में 1.25 करोड़ रुपये और लगाए। वकील ने आरोप लगाया कि फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सफल होने के बाद भी निवेशक को उसका मुनाफे का हिस्सा नहीं दिया गया। विशाल सिंह का आरोप है कि जब उन्होंने अपना हिस्सा मांगा, तो पवन सिंह ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी।
पीड़ित व्यवसायी ने इस मामले की शिकायत पहले कैंट थाने और फिर पुलिस आयुक्त से की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होने पर उन्होंने अदालत का दरवाजा खटखटाया। अदालत ने मामले की गंभीरता को देखते हुए कैंट पुलिस को पवन सिंह समेत चार लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज करने का आदेश दिया। पुलिस अब इस मामले की गहनता से जांच कर रही है और आरोपियों से पूछताछ की तैयारी की जा रही है। इस घटना ने एक बार फिर भोजपुरी फिल्म उद्योग में वित्तीय लेनदेन को लेकर पारदर्शिता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।