रायपुर, 4 मई 2025। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं की गहन समीक्षा करते हुए प्रदेश में जन-स्वास्थ्य सुविधाओं के सतत विस्तार पर जोर दिया। रायपुर स्थित अपने निवास कार्यालय में आयोजित इस उच्चस्तरीय बैठक में उन्होंने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार का उद्देश्य है कि हर नागरिक को उसके घर के पास गुणवत्तापूर्ण इलाज उपलब्ध हो।
टीबी, मलेरिया और एनीमिया उन्मूलन पर विशेष जोर
मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिए कि:
- एनीमिया, मातृ स्वास्थ्य कार्यक्रम (मैटरनल प्रोग्राम) और कुष्ठ रोग (लेप्रोसी) जैसी बीमारियों पर प्राथमिकता के साथ कार्य किया जाए
- इलाज में कोई कमी न रहे, इसके लिए रिक्त पदों की शीघ्र पूर्ति हेतु पीएससी और व्यापम के माध्यम से नियुक्ति प्रक्रिया तेज की जाए
स्वास्थ्य मंत्री और अधिकारियों ने प्रस्तुत की रिपोर्ट
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने राज्य में सरकार के गठन के बाद स्वास्थ्य क्षेत्र में मिली उपलब्धियों को साझा करते हुए कहा कि राज्य सरकार जनता को सुलभ और सशक्त स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
स्वास्थ्य विभाग के सचिव अमित कटारिया ने जानकारी दी कि:
- टीबी उन्मूलन कार्यक्रम में 90% सफलता दर हासिल की गई है
- टीबी के 100% मरीजों का नोटिफिकेशन सुनिश्चित हुआ है
- मार्च 2025 तक 94% टीकाकरण लक्ष्य को पूरा किया गया है
स्वास्थ्य प्रबंधन में वरिष्ठ अधिकारियों की भागीदारी
इस समीक्षा बैठक में मुख्य सचिव अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह, सचिव पी. दयानंद, आयुष आयुक्त शिखा राजपूत तिवारी, एनएचएम की एमडी डॉ. प्रियंका शुक्ला, खाद्य एवं औषधि नियंत्रक दीपक अग्रवाल और सीजीएमएससी की प्रबंध संचालक पद्मिनी भोई साहू समेत स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
निष्कर्ष: स्वास्थ्य के क्षेत्र में नई दिशा
मुख्यमंत्री साय की यह समीक्षा बैठक राज्य में स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में निर्णायक कदम मानी जा रही है। न केवल प्राथमिकता वाले रोगों की रोकथाम पर बल दिया गया, बल्कि यह भी सुनिश्चित किया गया कि हर स्तर पर स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावी और सुलभ हों।