बालोद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चलाए जा रहे ‘बाल विवाह मुक्त भारत’ अभियान में छत्तीसगढ़ ने एक ऐतिहासिक मिसाल कायम किया। राज्य का बालोद जिला पूरे देश का पहला जिला बन गया है, जिसे आधिकारिक रूप से बाल विवाह मुक्त घोषित किया जा सकता है।

बता दें कि, बालोद की सभी 436 ग्राम पंचायतों और 9 नगरीय निकायों को प्रमाण पत्र दिए गए हैं। पिछले दो वर्षों में यहां बाल विवाह का एक भी मामला दर्ज नहीं हुआ है। दस्तावेजों के सत्यापन और विधिक प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब जिले के सभी पंचायतों एवं नगरीय निकायों को बाल विवाह मुक्त का दर्जा मिल गया है। इस अभूतपूर्व उपलब्धि के साथ बालोद जिला पूरे देश के लिए एक आदर्श मॉडल बन गया है।

