रायपुर। छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित कोयला घोटाला मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है। आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) ने सौम्या चौरसिया के पूर्व निजी सचिव जयचंद कोसले को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। विशेष ACB/EOW कोर्ट ने सुनवाई के बाद उन्हें 4 दिन की रिमांड पर भेज दिया है। अब 26 सितंबर तक उनसे कड़ी पूछताछ की जाएगी। आरोप है कि जयचंद ने सचिव रहते हुए इस घोटाले से 50 लाख रुपये की कमाई की।
10 ठिकानों पर छापेमारी
रविवार को EOW ने ‘शराब घोटाला’ और कोयला घोटाला मामलों में रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग सहित 10 ठिकानों पर दबिश दी। रायपुर में शराब कारोबारी अवधेश यादव और सहयोगियों के यहां छापे पड़े, जबकि जयचंद कोसले के घर व कार्यालयों से दस्तावेज, मोबाइल, नकदी और तकनीकी उपकरण जब्त किए गए। कार्रवाई रात 11:30 बजे तक चली।
क्या है कोयला घोटाला?
जांच में सामने आया कि जुलाई 2020 से जून 2022 तक कोयले के हर टन पर 25 रुपये की अवैध वसूली की गई। खनिज विभाग के तत्कालीन संचालक IAS समीर बिश्रोई के आदेश के बाद यह अवैध वसूली शुरू हुई। मास्टरमाइंड व्यापारी सूर्यकांत तिवारी ने करीब 570 करोड़ रुपये की उगाही की।
अवैध कमाई का इस्तेमाल
EOW और ED की जांच के अनुसार, इस रकम का इस्तेमाल राजनेताओं व अधिकारियों को रिश्वत देने और चुनावी खर्च में किया गया। साथ ही, आरोपियों ने इससे कई संपत्तियां भी खरीदीं।



















