रायपुर। दिल्ली दौरे से लौटने के बाद छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मीडिया से बातचीत में केंद्र सरकार, अदानी समूह, ईडी और उपराष्ट्रपति के इस्तीफे पर जमकर हमला बोला। बघेल का यह बयान राजनीतिक हलकों में हलचल मचा सकता है।
सबसे पहले उन्होंने अदानी समूह पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा, “अदानी छत्तीसगढ़ के खनिजों को लूटने का काम कर रहे हैं। इसलिए हम प्रदेशभर में आर्थिक नाकेबंदी करेंगे।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस जनता के हितों की रक्षा के लिए हर मोर्चे पर लड़ाई लड़ेगी।
ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) पर सुप्रीम कोर्ट की हालिया टिप्पणी का हवाला देते हुए बघेल ने कहा, “ईडी अब बीजेपी का विंग बन चुकी है। सुप्रीम कोर्ट की यह टिप्पणी ईडी के मुंह पर करारा तमाचा है।” उन्होंने आरोप लगाया कि ईडी का स्ट्राइक रेट महज 1% है और इसका इस्तेमाल राजनीतिक विरोधियों को बदनाम करने के लिए हो रहा है।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे पर भी बघेल ने सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “अगर वे मीटिंग में स्वस्थ थे तो इस्तीफा क्यों दिया गया? क्या यह महज स्वास्थ्य कारण है या इसके पीछे कोई गहरी साजिश है?”
विधानसभा चुनाव को लेकर दायर याचिका पर उन्होंने कहा, “मैंने कोर्ट से कहा है कि यह केस चलने योग्य नहीं है। अब उसी पर सुनवाई हो रही है।”
भूपेश बघेल का बयान कांग्रेस की रणनीति और केंद्र के खिलाफ उसके रुख को और मुखर करता है। अदानी, ईडी और उपराष्ट्रपति के मुद्दों को लेकर उन्होंने नए सियासी सवाल खड़े कर दिए हैं