रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की जनकल्याणकारी पहल “सुशासन तिहार” छत्तीसगढ़ में पारदर्शी और संवेदनशील प्रशासन का नया उदाहरण पेश कर रही है। इसी अभियान के अंतर्गत महासमुंद जिले के पिथौरा विकासखंड के ग्राम पंचायत जंघोरा निवासी मनोहर सिंह पटेल को महज 24 घंटे में आयुष्मान कार्ड बनाकर प्रदान किया गया, जिससे वे अब इस महत्वाकांक्षी स्वास्थ्य योजना का लाभ उठा सकेंगे।
आवेदन अटका था, सुशासन तिहार ने दिलाया समाधान
मनोहर सिंह पटेल ने आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत कार्ड बनवाने हेतु आवेदन दिया था, परंतु तकनीकी कारणों से उनका कार्ड नहीं बन सका। सुशासन तिहार के तहत जब यह मुद्दा सामने आया, तो कलेक्टर विनय लंगेह के निर्देश पर इसे गंभीरता से लिया गया और सिर्फ एक दिन में उनका कार्ड बना कर सौंप दिया गया।
15 अप्रैल 2025 को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, पिथौरा द्वारा सूचना दी गई कि उनका कार्ड बन गया है और 16 अप्रैल को उन्हें कार्ड प्रदान किया गया। इस त्वरित समाधान पर श्री पटेल ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अब उन्हें और उनके परिवार को स्वास्थ्य सुरक्षा की बड़ी सुविधा मिल गई है।
क्या है आयुष्मान कार्ड का लाभ?
आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत मिलने वाला आयुष्मान कार्ड पात्र परिवारों को हर साल 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज अधिकृत निजी एवं सरकारी अस्पतालों में प्रदान करता है। यह कार्ड न केवल सर्जरी, डायग्नोस्टिक्स, दवा, भर्ती और फॉलोअप जैसी सुविधाएं कवर करता है, बल्कि कैशलेस इलाज का भी विकल्प देता है।
सुशासन तिहार: जनता से सीधे जुड़ाव की मिसाल
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में सुशासन तिहार अभियान प्रदेश के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में लोगों की वास्तविक समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए चलाया जा रहा है। यह पहल न केवल शासन को जमीन से जोड़ रही है, बल्कि नागरिकों में सरकार के प्रति भरोसा भी बढ़ा रही है।
अभियान का मूल उद्देश्य यह है कि छोटी से छोटी जनसमस्या को भी गंभीरता से लेकर समयबद्ध, पारदर्शी और प्रभावी तरीके से समाधान किया जाए।