दंतेवाड़ा आत्महत्या मामला: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के कुआकोंडा थाना क्षेत्र के मोखपाल गांव में 75 वर्षीय महिला ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। लेकिन इस घटना से भी ज्यादा दर्दनाक रहा पुलिस का रवैया, जिसने पूरे गांव को स्तब्ध कर दिया।
जानकारी के अनुसार, गुरुवार शाम करीब 4 बजे ग्रामीणों ने पुलिस को घटना की सूचना दी थी। लेकिन पुलिस ने यह कहते हुए कार्रवाई टाल दी कि “सुबह आएंगे” और लौट गई। नतीजतन, बुजुर्ग महिला का शव पूरी रात फंदे पर झूलता रहा, जबकि परिजन रोते-बिलखते शव के पास बैठे रहे।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि अगर पुलिस समय पर मौके पर पहुंचती, तो शव को समय रहते अस्पताल भेजा जा सकता था। लेकिन संवेदनहीनता और लापरवाही ने परिवार के दुख को और गहरा कर दिया।
शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे पुलिस आखिरकार मौके पर पहुंची और शव को उतारा गया। इस दौरान परिजनों और ग्रामीणों में गहरा आक्रोश देखने को मिला। उन्होंने कहा कि यह घटना पुलिस की गैर-जिम्मेदाराना कार्यशैली का उदाहरण है, जिस पर उच्च अधिकारियों को संज्ञान लेना चाहिए।



















