रायपुर। छत्तीसगढ़ की साय सरकार ने शिक्षकों के हित में एक बड़ा और ऐतिहासिक फैसला लिया है। सरकार ने लंबे समय से समायोजन की मांग कर रहे बर्खास्त B.Ed सहायक शिक्षकों को राहत देते हुए 2,621 शिक्षकों को सहायक शिक्षक विज्ञान (प्रयोगशाला) के पद पर समायोजित करने का निर्णय लिया है।
मंत्री ओपी चौधरी ने सोशल मीडिया पर दी जानकारी
इस अहम फैसले की जानकारी स्कूल शिक्षा मंत्री ओपी चौधरी ने खुद सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से दी। उन्होंने लिखा –
“हमने वादा किया था, निभा रहे हैं। 2,621 बीएड शिक्षकों को सहायक शिक्षक विज्ञान (प्रयोगशाला) पद पर समायोजित किया जा रहा है। यह निर्णय न केवल इन शिक्षकों के भविष्य को संवारता है, बल्कि प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को भी मजबूती देगा।”
क्या है समायोजन का यह निर्णय?
पिछली सरकार में कई B.Ed डिग्रीधारी सहायक शिक्षकों की नियुक्ति को अमान्य कर उन्हें बर्खास्त कर दिया गया था। तब से यह शिक्षक न्याय और पुनर्नियुक्ति की मांग कर रहे थे। साय सरकार के गठन के बाद से ही इस विषय पर संवेदनशीलता दिखाई गई और अंततः इन्हें सहायक शिक्षक विज्ञान (प्रयोगशाला) पद पर समायोजित करने का रास्ता साफ हुआ।
शिक्षकों और परिवारों में खुशी की लहर
इस फैसले के बाद बर्खास्त शिक्षकों और उनके परिजनों में खुशी और राहत का माहौल है। शिक्षक संगठनों ने सरकार का आभार जताते हुए कहा कि –
“यह निर्णय हजारों परिवारों की आशाओं को पुनर्जीवित करने वाला है।”
शिक्षा के क्षेत्र में सुधार की दिशा में बड़ा कदम
साय सरकार के इस कदम को छत्तीसगढ़ की शिक्षा व्यवस्था में सुधार की दिशा में निर्णायक पहल माना जा रहा है। यह निर्णय कुशल शिक्षकों को पुनः शिक्षा प्रणाली में जोड़ने और विज्ञान शिक्षा को मजबूत करने की दिशा में भी अहम साबित होगा।