रायपुर। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने का निर्देश जारी किया है। इस फैसले के बाद छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश में रह रहे पाकिस्तानी हिंदुओं में असमंजस की स्थिति पैदा हो गई थी। इसी बीच गृह मंत्री विजय शर्मा का बड़ा बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने साफ किया है कि –
“पाकिस्तानी अल्पसंख्यक और पीड़ित नागरिकों को राहत मिलेगी। वे भारत में रह सकते हैं और CAA (नागरिकता संशोधन अधिनियम) के तहत भारतीय नागरिकता भी ले सकते हैं।”
गृह मंत्री विजय शर्मा ने क्या कहा?
विजय शर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से इस संबंध में स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। उन्होंने बताया कि बीते दिनों कुछ पाकिस्तानी हिंदू परिवारों ने उनसे मुलाकात की थी, जिन्होंने देश में रहने और नागरिकता की मांग की थी। गृह मंत्री ने भरोसा दिलाया कि
“ऐसे पीड़ित लोग जो धार्मिक प्रताड़ना के कारण भारत आए हैं, उन्हें डरने की जरूरत नहीं है। CAA उन्हें संरक्षण देता है।”
CAA के तहत मिलेगा स्थाई समाधान
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने CAA के तहत पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए हिंदू, सिख, ईसाई, बौद्ध, जैन और पारसी समुदायों को नागरिकता देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
छत्तीसगढ़ में भी कई पाकिस्तानी अल्पसंख्यक परिवार पिछले वर्षों में आए हैं, जिनकी नागरिकता प्रक्रिया अब तेज होने की उम्मीद है।
नक्सलियों से बातचीत की पहल पर गृह मंत्री का सख्त रुख
तेलंगाना के कुछ संगठनों द्वारा नक्सलियों के साथ शांति वार्ता की पहल को लेकर गृह मंत्री विजय शर्मा ने कड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा –
“आखिर ये लोग होते कौन हैं? कौन है ये लोग जो नक्सलियों की तरफ से बात कर रहे हैं? जब बस्तर में दर्जनों घटनाएं हुईं, नेता और ग्रामीण मारे गए तब कहां थे ये?”
गृह मंत्री ने आगे कहा कि –
“नक्सली पहले यह बताएं कि उनकी ओर से बातचीत के लिए जिम्मेदार कौन होगा? कोई स्पष्ट प्रतिनिधि सामने आए, तभी किसी वार्ता की बात हो सकती है।”