रायपुर। छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड ने प्रदेशभर में 500 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की वक्फ संपत्तियों पर फर्जी रजिस्ट्री और अवैध कब्जे के मामलों में कड़ा कदम उठाया है। बोर्ड ने करीब 400 लोगों को नोटिस जारी कर उनसे जवाब तलब किया है। इन लोगों में राजधानी रायपुर के प्रमुख व्यापारी भी शामिल हैं, जिनमें लक्ष्मी इलेक्ट्रॉनिक्स, एवन बेकरी, सुप्रीम फुटवियर, और पगारिया ज्वेलर्स जैसे प्रतिष्ठित नाम शामिल हैं।
वक्फ बोर्ड के अनुसार, इन दुकानों और संपत्तियों पर वक्फ की संपत्ति पर कब्जा करने या फर्जी तरीके से रजिस्ट्री कराने का आरोप है। इन आरोपों की जांच के बाद बोर्ड ने नोटिस भेजकर इनसे 21 दिनों के भीतर किराया अनुबंध पर सहमति लेने को कहा है। यदि कोई व्यक्ति निर्धारित समयसीमा में किराया भुगतान करने को तैयार नहीं होता, तो उसे संपत्ति से बेदखल कर दिया जाएगा।
वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष ने यह भी कहा कि किराया दरें कलेक्टर गाइडलाइन के अनुसार तय की जाएंगी और किसी भी हालत में वक्फ संपत्तियों पर अवैध कब्जा नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि जिन लोगों ने संपत्तियों के वक्फ होने का विरोध किया है, उनके आरोप गलत हैं, क्योंकि इन संपत्तियों पर फर्जी रजिस्ट्री की गई है।
वक्फ संपत्तियों का सर्वे और उसके परिणाम
नए वक्फ नीति और केंद्र सरकार द्वारा कराए जा रहे सर्वे के तहत छत्तीसगढ़ में वक्फ संपत्तियों का भौतिक सत्यापन किया जा रहा है। इस सर्वे में सामने आया है कि प्रदेश में 500 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की संपत्तियां अवैध कब्जे या फर्जी रजिस्ट्री के तहत हैं। इसके बाद वक्फ बोर्ड ने राज्यभर में अपनी कार्रवाई तेज कर दी है।
वक्फ संपत्तियों का विवरण:
- रायपुर: 832 संपत्तियां
- बिलासपुर: 1401 संपत्तियां
- दुर्ग: 125 संपत्तियां
- बस्तर: 55 संपत्तियां
- कोरबा: 44 संपत्तियां
- राजनांदगांव: 300 संपत्तियां
- धमतरी: 312 संपत्तियां
- गरियाबंद: 943 संपत्तियां
- सरगुजा: 226 संपत्तियां
- सूरजपुर: 354 संपत्तियां