पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले महागठबंधन ने बड़ा राजनीतिक दांव चला है। सीट बंटवारे को लेकर चल रही खींचतान के बीच गुरुवार को हुई साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया गया है। वहीं, विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के अध्यक्ष मुकेश सहनी को उपमुख्यमंत्री पद देने पर सभी दलों ने सहमति जताई है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मंच पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत, सीपीआई (एमएल) नेता दीपांकर भट्टाचार्य और कांग्रेस बिहार अध्यक्ष राजेश राम सहित कई बड़े नेता मौजूद रहे। यह घोषणा महागठबंधन में एकता और साझा रणनीति का स्पष्ट संकेत मानी जा रही है।
तेजस्वी यादव ने कहा, “हमारा लक्ष्य सत्ता नहीं, बल्कि बिहार को नई दिशा देना है। आदरणीय लालू प्रसाद यादव, सोनिया गांधी, राहुल गांधी और महागठबंधन के सभी साथियों ने जो विश्वास दिखाया है, हम उस पर खरे उतरेंगे।”
उन्होंने आगे कहा कि एनडीए थक चुकी सरकार है, जो सिर्फ सत्ता की भूखी है। तेजस्वी ने वादा किया कि अगर महागठबंधन को मौका मिला तो “30 महीनों में वो काम करेंगे जो एनडीए 30 साल में नहीं कर सकी।”
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि तेजस्वी को सीएम चेहरा घोषित करने से महागठबंधन ने अपने मतदाताओं को एकजुट करने की दिशा में निर्णायक कदम उठाया है। वहीं, मुकेश सहनी को डिप्टी सीएम पद देने से निषाद समुदाय को साधने की रणनीति भी साफ झलक रही है।