छिंदवाड़ा। मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में बीते दिनों कफ सिरप पीने से 9 बच्चों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद सीएम यादव ने दुख जताते हुए कहा कि, छिंदवाड़ा में Coldrif सिरप के कारण हुई बच्चों की मृत्यु अत्यंत दुखद है। इस सिरप की बिक्री को पूरे मध्यप्रदेश में बैन कर दिया है। सिरप को बनाने वाली कंपनी के अन्य प्रोडक्ट की बिक्री पर भी बैन लगाया जा रहा है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, सिरप बनाने वाली फैक्ट्री कांचीपुरम में है, इसलिए घटना के संज्ञान में आने के बाद राज्य सरकार ने तमिलनाडु सरकार को जांच के लिए कहा था। आज सुबह जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। रिपोर्ट के आधार पर कड़ा एक्शन लिया गया है। बच्चों की दुखद मृत्यु के बाद स्थानीय स्तर पर कार्रवाई चल रही थी। राज्य स्तर पर भी इस मामले में जांच के लिए टीम बनाई गई है। दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
बता दें कि, सीएम ने कहा कि बच्चों की दुखद मृत्यु के बाद स्थानीय स्तर पर कार्रवाई चल रही थी। राज्य स्तर पर भी इस मामले में जांच के लिए टीम बनाई गई है. दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। वहीं बताया गया कि,सिरप बनाने वाली फैक्ट्री कांचीपुरम में है। इसलिए घटना के सामने आते ही राज्य सरकार ने तमिलनाडू सरकार को जांच के आदेश दिए थे।
वहीं जब तमिलनाडु FDA ने कांचीपुरम स्थित Sresan Pharma से Coldrif सिरप के नमूने लिए, तो 3 अक्टूबर 2025 को आई रिपोर्ट में DEG की मात्रा अनुमेय सीमा से अधिक पाई गई। NIV (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी), ICMR, NEERI, CDSCO और AIIMS नागपुर के विशेषज्ञों की बहु-विषयक टीम छिंदवाड़ा और आसपास के इलाकों में पहुंच चुकी है। यह टीम बच्चों की मौतों के असली कारणों का पता लगाने में जुटी है।